यहाँ देखे भेंडवड की पूर्ण भविष्यवाणी ,इस वर्ष होगी माध्यम स्वरुप की बारिश रोगराई तथा आर्थिक तंगी

बुलढाणा– जिले के जलगांव जामोद तहसील के भेंडवल ग्राम की पुरातन घट रचना की भविष्यवाणी में राजा कायम, मध्यम स्वरूप की बारिश, रोगराई तथा आर्थिक तंगी का साल रहेगा, ऐसी संभावना रविवार २३ अप्रैल को सुबह ५ बजकर ५० मिनट में सैकड़ों किसान एवं प्रसार माध्यम के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में पुंजाजी बुवा वाघ एवं सारंगधर बुबा वाघ तथा उनके सहयोगियों ने घोषित किया।

ऐसी होती है घट रचना 

अक्षय तृतीया के दिन 15 फीट गोलाकार तैयार कर उसके बीचो-बीच दो बाय दो फीट का एक फीट गहरा गड्डा कर उसमें चार मिट्टी के ढेले रखकर उस पर एक टोटी लगा करवा पानी से भरकर रखते हैं। जिस पर पूरी, शि पापड़, साडोई, कुरडई, करंजी, वड़ा, भजिया आदि रखते हैं। उसी तरह वीड़ा के पान पर पैसे एवं उस पर सुपारी रखते हैं। इस खड्ढे से करीबन पांच फीट दूरी पर गोलाकार पध्दति से अंबाड़ी (कुलदैवत), सरकी, ज्वार, तुअर, मूंग, उड़द, तिल, बाजरी, भादली, कोरा रोगराई का प्रतीक, मटकी, जवस, लाख, वाटाना, गेहूं, चना, करडी, सैन्य का प्रतीक, मसूर आदि अनाज की एक-एक मुट्ठी राशि ई, रखते हैं।

विख्यात घट रचना करीबन १५० वर्ष पुरानी

दूसरे दिन सुबह सूर्यादय के पहले पुंजाजी तथा सारंगधर बुवा वाघ अपने सहयोगियों समेत आकर चंद्रभान महाराज का जयजयकार कर इन सभी का निरीक्षण कर उसमें हुए बदलाव के अनुसार संभावना व्यक्त करते हैं।यहां की विख्यात घट रचना करीबन १५० सालों से अक्षय तृतीया ऐसी के सूर्यादय के पहले गांव के बस स्थानक समीप स्थित खेत में १५ बाय १५ व्यास के गोलाकार में १८ प्रकार की विविध अनाज राशि पापड़, रखते हैं। उनके मध्य दो बाय दो फीट का गड्ढा एक फीट गहरा कर चार मिट्टी के ढेले रखते हैं।

जिस पर एक टोटी लगा नया कोरा रोगराई करवा पानी से पूरी तरह से भरकर रखकर उस पर पूरी, सांडोई, रखते कुरडई, वड़ा, भजिए, पापड़, करंजीआदि रखे जाते हैं। दूसरे दिन सुबह उसका मुआयना कर चंद्रमान महाराज, पुंजाजी बुवा तथा सारंगधर बुवा वाघ यह राजकीय, आर्थिक, फसल परिस्थिति, सुरक्षा व्यवस्था, रोगराई, पर्जन्यमान आदि सभी प्रकार का पूर्वानुमान व्यक्त करते हैं।

  • बारिश- जून- कम, कहीं अधिक,  जुलाई- साधारण, अगस्त- अधिक, सितम्बर – कम अधिक, अक्टूबर – अधिक
  • फसल-   1) दीर्घ अवधि फसल कपास, तुअर, आदि फसल साधारण

2) अल्पावधि फसल – मूंग, उड़द, तिल- कम, बारिश का प्रमाण अधिक होने से खराब होने का अनुमान

3) रबी – गेहूं, चना अच्छी फसल आने का अनुमान

  • देश : राजा कायम रहेगा, काम का बोझ रहेगा. देश की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रहेगी, पड़ोसियों की घुसखोरी की समस्या रहेगी तथा मवेशियों के लिए चारा-पानी बेमौसम बारिश के कारण खराब होने की संभावना।

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